कॉमेडियन कुणाल कामरा ने हाल ही में ओला इलेक्ट्रिक की ईवी क्रांति पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि क्या भारतीय उपभोक्ताओं के पास अपनी आवाज उठाने का कोई जरिया है। उन्होंने दोपहिया यात्रा की जरूरत पर जोर दिया।
क्योंकि कई लोग रोजी-रोटी चलाने के लिए इन पर निर्भर हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और जागो ग्राहक जागो को भी टैग किया।
प्रमुख बिंदु
- कॉमेडियन कुणाल कामरा ने ओला इलेक्ट्रिक की ईवी क्रांति पर अपने विचार साझा किए।
- कुणाल ने भारतीय उपभोक्ताओं की आवाज उठाने पर चिंता जताई।
- कुणाल ने दोपहिया यात्रा की जरूरत पर जोर दिया, क्योंकि कई लोग रोजी-रोटी चलाने के लिए इन पर निर्भर हैं।
- कुणाल ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और जागो ग्राहक जागो को भी टैग किया।
- ओला इलेक्ट्रिक ने देशभर में अपने सेल्स नेटवर्क में 625 भागीदारों को एकीकृत किया है।
कुणाल कामरा और भविष अग्रवाल के बीच ट्विटर युद्ध
उत्साही उद्यमी कुणाल कामरा और ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ भविष अग्रवाल के बीच ट्विटर पर जोरदार युद्ध हो रहा है। इसकी शुरुआत तब हुई जब कुणाल ने ओला इलेक्ट्रिक की सेवाओं पर सवाल उठाए। भविष ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर कुणाल को कोई समस्या है तो वह आकर मदद कर सकते हैं।
उन्होंने कुणाल के करियर पर भी सवाल उठाए।
कुणाल कामरा ने की ओला इलेक्ट्रिक की आलोचना
कुणाल ने ट्वीट किया, “ओला इलेक्ट्रिक की सर्विस देख कर लग रहा है कि जब कंपनी एक इलेक्ट्रिक स्कूटर भी नहीं बना पा रही है तो वह कैसे इलेक्ट्रिक कारों का निर्माण करेगी।” इस पर नाराज होकर भविष ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
भविष अग्रवाल ने किया कुणाल कामरा पर तीखा हमला
भविष ने अपने ट्वीट में लिखा, “अगर कुणाल को ज्यादा चिंता है तो वह आकर मदद कर सकते हैं। मुझे लगता है कि उन्हें कॉमेडी में कोई आगे नहीं बढ़ना था, इसलिए वे ‘चौधरी’ बनने चले आए हैं।” इस पर कुणाल ने जवाब देते हुए कहा कि भविष को चोट लगी क्या, दर्द हुआ, सर्विस सेंटर आ जाएं क्योंकि यहां काफी काम है।
इस तरह से दोनों के बीच ट्वीट वॉर चल रही है। सोशल मीडिया यूजर्स भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुणाल कामरा और भविष अग्रवाल के बीच इस मतभेद से भी ऑटोमोबाइल उद्योग में चर्चा छिड़ गई है।
ola electric kunal kamra
कॉमेडियन कुणाल कामरा और ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ भविष अग्रवाल के बीच एक जुबानी जंग छिड़ गई है। कुणाल ने ओला इलेक्ट्रिक पर कई आलोचनाएं की हैं। भविष ने उन पर जमकर हमला बोला है।
इस टूटर वॉर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और जागो ग्राहक जागो को भी शामिल किया गया है। कुणाल ने ओला इलेक्ट्रिक की गाड़ियों के दुर्घटनाओं और जलने की घटनाओं पर भी टिप्पणी की है।
वहीं, भविष अग्रवाल ने कुणाल कामरा को “अंतर्देशीय कलाकार” कहकर उनके व्यवसाय पर सवाल उठाया है। इस जमकर हुई लड़ाई में ओला इलेक्ट्रिक की शेयर बाजार में भारी गिरावट भी देखी गई है।
शेयर मूल्य | प्रतिशत गिरावट | घटना |
---|---|---|
₹3,500 करोड़ | लगभग 9% | कुणाल कामरा के साथ जुबानी जंग के बाद |
₹43% | लिस्टिंग उच्च से गिरावट | ओला इलेक्ट्रिक का शेयर मूल्य |
इस सब के बीच, ओला इलेक्ट्रिक पर प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। कंपनी को अगस्त 2024 तक 80,000 प्रति माह की गिनती में शिकायतें मिल रही हैं। बैटरी आग, गिरावट और सर्विस में देरी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
ओला इलेक्ट्रिक के इन मुद्दों के कारण कंपनी के शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी जा रही है। इससे पता चलता है कि ऑटोमोटिव उद्योग में ग्राहक अनुभव और बाद की सहायता महत्वपूर्ण कारक होते हैं।
“ग्राहक संतुष्टि और बाद की बिक्री सहायता ईवी स्टार्टअप की सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
ओला की बैटरी स्वैपिंग तकनीक
ओला इलेक्ट्रिक ने भारत में एक नई बैटरी स्वैपिंग तकनीक लॉन्च की है। यह तकनीक आपको अपने वाहन की बैटरी को कुछ मिनटों में बदलने की अनुमति देती है। इससे आप अपनी यात्रा बिना रुकावट के जारी रख सकते हैं।
इस तकनीक का उद्देश्य सार्वजनिक परिवहन को सस्ता और सुविधाजनक बनाना है। ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर के उपयोगकर्ता अब अपनी बैटरी को तेजी से बदल सकते हैं।
बैटरी स्वैपिंग की मुख्य विशेषताएं हैं:
- तेज रीचार्जिंग: ग्राहकों को अपनी बैटरी को कुछ ही मिनटों में बदलने की क्षमता प्रदान करता है।
- कम लागत: ई-वाहनों का उपयोग अब और भी सस्ता और सुविधाजनक हो गया है।
- बेहतर उपयोग: यह ग्राहकों को लंबी दूरी तक यात्रा करने की अनुमति देता है।
ओला इलेक्ट्रिक की बैटरी स्वैपिंग तकनीक ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर को और अधिक लोकप्रिय बना सकती है। यह ई-वाहन उद्योग में एक बड़ा बदलाव ला सकती है।
“बैटरी स्वैपिंग तकनीक ई-वाहनों के अपनाव को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगी और भारत को हरित परिवहन में आगे ले जाएगी।”
निष्कर्ष
कॉमेडियन कुणाल कामरा और ओला इलेक्ट्रिक के सीईओ भविष अग्रवाल के बीच ट्विटर पर विवाद हुआ। कुणाल ने ओला पर उपभोक्ताओं की समस्याओं को लेकर आलोचना की। भविष ने उन पर हमला बोला और उनके करियर पर सवाल उठाए।
इस विवाद में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और जागो ग्राहक जागो को भी शामिल किया गया। ola electric को इस घटना से बड़ा धक्का लगा है। खासकर फेस्टिव सीजन के दौरान।
हालांकि, ola electric kunal kamra और ola electric review पर मीडिया की नज़र बनी हुई है। आगे देखना दिलचस्प होगा कि ola electric इस मुद्दे पर कैसी प्रतिक्रिया देगी।
इस विवाद से यह स्पष्ट होता है कि ola electric को ग्राहकों की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए। उनसे लगातार बातचीत करके उत्पादों को सुधारना चाहिए। साथ ही, सीईओ के बयानों पर भी ध्यान देना होगा।
FAQ
क्या कुणाल कामरा ने ओला इलेक्ट्रिक पर आलोचना की है?
हां, कुणाल कामरा ने ओला इलेक्ट्रिक की आलोचना की है। उन्होंने ट्वीट में उपभोक्ताओं की समस्याओं का उल्लेख किया है।
भविष अग्रवाल ने कुणाल कामरा पर क्या कहा?
भविष अग्रवाल ने कुणाल कामरा पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें चिंता है तो वे मदद कर सकते हैं।
उन्होंने कुणाल के करियर पर भी सवाल उठाए।
कुणाल कामरा ने भविष अग्रवाल को किस प्रकार का जवाब दिया?
कुणाल कामरा ने जवाब दिया कि क्या उन्हें चोट लगी है। उन्होंने कहा कि क्या उन्हें दर्द हुआ है।
उन्होंने कहा कि सर्विस सेंटर आ जाएं। यहां काफी काम है।
ओला इलेक्ट्रिक की बैटरी स्वैपिंग तकनीक के बारे में क्या जानकारी है?
ओला इलेक्ट्रिक ने भारत में बैटरी स्वैपिंग तकनीक लाई है। यह तकनीक सस्ता और सुविधाजनक परिवहन प्रदान करती है।
ग्राहक कुछ मिनटों में बैटरी बदल सकते हैं। फिर वे अपनी यात्रा जारी रख सकते हैं।